प्राचीन भारतीय ग्रन्थ में चित्रकला उल्लेख
Journal: INTERNATIONAL JOURNAL OF RESEARCH -GRANTHAALAYAH (Vol.7, No. 11)Publication Date: 2019-11-30
Authors : निशा माहौर;
Page : 252-256
Keywords : चित्र; ग्रन्थ; महाकाव्य; नाटक;
Abstract
प्राचीन भारतीय ग्रंथो में चित्रकला से सम्बोधित नियमो का उल्लेख विस्तृत रूप से मिलता हे जिसमे काव्य नाटक , महाकाव्य पुराण उपनिषद व विभिन्न विषयो के ग्रंथो द्वारा भारतीय चित्र लेखन की प्राचीन परंपरा व सनस्क्रतिक विधियों एवं जनमानस में उनकी लोकप्रियता का वर्णन मिलता हे इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे ग्रन्थ भी हे जिसमे स्वतंत्र व व्यापक रूप से चित्रकला की व्याख्या विस्तार रूप से की गयी हे उद्धहरण
सहित विष्णुधर्मोत्तर पुराण मार्कण्डेय द्वारा रचित इस ग्रथ समे 269 अधयाय हे जिसके अंतर्गत जिसके अंतर्गत तीसरे खंड में संस्कृत विषयो में विशेस्कर ललित कलाओ में सर्वधिक महत्वपूर्ण हे जिसमे अध्याय १ से लेकर ११८ तक कला के बारे में बताया गया हे इसी ग्रथ में ३५ से लेकर ४३ तक ९ अध्याय चित्रसूट के हे ये बोहोत चर्चित व सर्वधिक उल्लेखनीय अवं बहुचर्चित हे जिसमे चित्रकला से सम्बंधित विस्तृत जानकारी दी गयी हे जो इससे पहले अन्य किसी ग्रथ में नहीं मिलती।
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Last modified: 2020-07-18 21:54:55