महत्त्वपूर्ण अवधी कवि: लक्ष्मण प्रसाद ‘मित्र’
Journal: Praxis International Journal of Social Science and Literature (Vol.4, No. 2)Publication Date: 2021-02-17
Authors : शशांक मिश्र; कैलाश देवी सिंह;
Page : 11-15
Keywords : अवधी; कवि; अवध; लक्ष्मण प्रसाद ‘मित्र’; लोक-कविता; अवधी काव्य प्रवृत्ति।;
Abstract
विज्ञापन और आत्मश्लाघा के विस्फोटक युग में वे रचनाकार प्रायः अलक्षित-अचर्चित रह जाते हैं, जो मात्र रचने में विश्वास रखते हैं। आधुनिक अवधी कविता के महत्त्वपूर्ण किन्तु प्रायः अचर्चित कवि लक्ष्मण प्रसाद ‘मित्र' इसके उदाहरण हैं। प्रायः समस्त अवधी कविता मर्मज्ञों ने आधुनिक अवधी कविता का विश्लेषण करते हुये कविनाम परिगणन के अंतर्गत मित्र जी का स्मरण पुनः-पुनः किया है, किन्तु डॉ. श्यामसुंदर मित्र ‘मधुप' के अतिरिक्त अन्य किसी ने उन्हें सोदाहरण प्रस्तुत नहीं किया है। जिन व्यक्तियों ने अवधी कविता के आधुनिक पक्ष पर शोध कार्य किया है, वे भी इस परिश्रम से मुँह चुरा गये। फलतः आज हमारे अवधी कवियों की एक दीर्घ सूची है, मगर उनके विषय में ठोस ज्ञान का नितान्त अभाव। यह सूचनात्मक ज्ञान प्रतियोगी परीक्षाओं अथवा वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में उपयोगी हो सकता है किन्तु शोध के गंभीर क्षेत्र में इस प्रवृत्ति का निषेध होना चाहिए।
Other Latest Articles
- India’s Policy towards Nepal during non-congress Regime
- Dhamma as the Force to Guide an Ideal Society: A Study in Teachings of the Buddha
- E commerce Application Based on Farming Products
- Decentralized Finance On Blockchain and Smart Contract Based Financial Markets
- Local Service Search Engine Management System LSSEMS
Last modified: 2021-06-21 17:29:52