हिन्दी साहित्य और भारतीय संस्कृति
Journal: International Education and Research Journal (Vol.9, No. 8)Publication Date: 2023-08-15
Authors : जी. कोदंडा रामुलु;
Page : 186-186
Keywords : हिन्दी साहित्य और भारतीय संस्कृति;
Abstract
जब हम किसी भाषा के अस्तित्व या उसके प्रयोग की स्थिति पर चर्चा करते हैं, तो बात केवल उस भाषा के भाषिक विशेषताओं तक सीमित नहीं रह जाती, उसके साथ-साथ समाज और संस्कृति की चर्चा भी अपरिहार्य हो जाती है। भाषा और संस्कृति के इस संबंध को रेखांकित करते हुए अमेरिका की भाषा वैज्ञानिक ‘ रीता मई ब्राउन ‘ [Rita Mae Brown] ने कहा था - “Language is the road map of a culture, it tells you where its people come from and where they are going”.
वर्तमान समय में हिन्दी भाषा की दशा को देखते हुए रीता मई ब्राउन का यह कथन बिल्कुल उपयुक्त लगता है। वैश्वीकरण, भूमंडलीकरण और उदारीकरण के परिणाम स्वरूप् आज भारत में जिस संस्कृति और अपसंस्कृति विस्तार, देश के महा नगरों से लेकर गाँवों, कस्बों तक, हो रहा है, जो कि आज से सौ वर्ष पहले अकल्पनीय था।
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Last modified: 2023-10-26 16:55:24