पर्यावरणीर् मनोववज्ञयन
Journal: INTERNATIONAL JOURNAL OF RESEARCH -GRANTHAALAYAH (Vol.3, No. 9)Publication Date: 2015-09-29
Authors : बी.हेमलता;
Page : 1-3
Keywords : पर्यावरणीर् मनोववज्ञयन;
Abstract
पर्यावरणीर् मनोववज्ञयन (Environmental psychology) मानि एिंउसकेपयाािरण के अन्तसाम्बन्धों के अध्ययन पर केहन्ित एक बहहुिषयी क्षेत्र ह।ै यहााँपर पयािा रण (environment) शब्द की िहृद पररभाषा मेंप्राकृहतक पयाािरण, सामाहिक पयाािरण, हनहमात पयाािरण, शैहक्षक पयाािरण तथा सचूना-पयाािरण सब समाहहत हैं। हिगत िषों में पयाािरण केहिहभन्नपक्षों कल लेकर यायापक शलध कायाहुएहैं र यहहिषय रमशमशएएक समहृअ अध्ययन क्षेत्र बनता िा रहा है इस हिषय में अध्ययन में अनेक हिषयों का यलगदान रहा है। इसके अध्ययन क्षेत्र के अन्तगात िातािरण के प्रकार, उनके, प्रहत मनष्ुय की अहभिहृि, संस्कृहत केप्रभाि, पयाािरण की संरचना र अहभकल्प इत्याहद का हिस्तहृत हिश्लेषण हकया िा रहाह।ै पयाािरण केसाथ सरलकार मनलिैज्ञाहनक अध्ययनों कीएक हिहिशताहैअन्यथा मनलिैज्ञाहनक पररित्याकेिल आतं ररक मानहसक प्ररमशमों कल ही संबलहधत करतेरहगेंे र इस तरह सदैि परलक्ष या आदृश्य ही बनेरहगेंे। आन्तररक प्रहरमशयाओं पर सेरहस्य का आिरण हटानेकेहलए र िास्तहिक िगत केसाथ साथाक सिं ाद स्थाहपत करनेकेहलए पयाािरण कलउद्दीपक केरूप मेंसंदभाकेरूप मेंया प्रत्यक्षीकरण केरूप म, ें अपने अध्ययन में शाहमल करना आिश्यक हल िाता है।
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Last modified: 2017-09-25 18:16:06