समकालीन सामाजिक विसंगतियां और नासिरा शर्मा का लेखन
Journal: Praxis International Journal of Social Science and Literature (Vol.4, No. 1)Publication Date: 2021-01-15
Authors : अशोक मर्डे; उपेन्द्र कुमार;
Page : 82-85
Keywords : सामाजिक विसंगातियां; समकालीन लेखन; स्त्री सरोकार; स्त्री समस्या; चिंतन।;
Abstract
वर्तमान समय में समाज में बहुत सी विसंगतियाँ दिखाई देती हैं। समाज विभिन्न स्तरों पर विभाजित है। आज धर्म, जाति, लिंग, क्षेत्र आदि के साथ ही साथ घोर असमानता भी दिखाई देती है। समाज और साहित्य का अन्योन्याश्रित सम्बन्ध हमेशा से रहा है। नासिरा शर्मा वर्तमान समय की सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण साहित्यकार हैं। उनके लेखन में समाज कि विभिन्न विसंगतियों को स्वर मिला है। वह न केवल धर्म, जाति, आदि पर बेबाक होकर लिखती हैं बल्कि स्त्री सरोकारों से विशेष रूप से जुडी हुयी हैं। प्रस्तुत शोध पत्र में समकालीन सामाजिक विसंगतियों के परिप्रेक्ष्य में नासिरा शर्मा के लेखन को रेखांकित करने का प्रयास किया गया।
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Last modified: 2021-06-22 00:47:24