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A STUDY ON COLLAGE TECHNIQUE BY CONTEMPORARY INDIAN ARTISTS समकालीन भारतीय कलाकारों की कोलाज तकनीक का अध्ययन

Journal: SHODHKOSH: JOURNAL OF VISUAL AND PERFORMING ARTS (Vol.3, No. 2)

Publication Date:

Authors : ;

Page : 31-37

Keywords : Collage Technique; Contemporary Artists; Useful-Useless Newspaper Clipping; Handmade/Colour Papers;

Source : Downloadexternal Find it from : Google Scholarexternal

Abstract

भारतीय संस्कृति में विभिन्न कलाओं का समावेश देखने को मिलता है। कला ही एक ऐसा सशक्त माध्यम है जिसमें मानव अपने मनोभावों तथा विचारो को अपनी तूलिका के माध्यम से प्रदर्शित कर सकता है क्योंकि हमारा मानना है कि समकालीन कला का तात्पर्य आज की कला से है। इस शोध-पत्र के अंतर्गत कलाकारों की कोलाज तकनीक के अध्ययन पर आधारित विवरण प्रस्तुत किया है। सर्वप्रथम यह जानने की आवश्यकता है कि कोलाज विधा क्या है? इस विधा की सम्पूर्ण प्रक्रिया का प्रयोग व इसकी सामाग्री पर प्रकाश डालते हुये इसके विकास को इंगित करता है कोलाज विद्या को (कट-पेस्ट) की कला भी कह सकते है। इस शैली के अंतर्गत समकालीन कलाकारों ने अपनी मौलिक अभिव्यक्ति व चटक रंगो व आकर्षक रेखाचित्रों का चित्रांकन कर आकृतियों को कलात्मक रूप प्रदान कर सुन्दर कोलाज चित्रों के अद्भुत अलंकरण सेआज पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति रूपी पुष्प की महक को फैलाया है। कोलाज तकनीक में उत्कृष्ट संयोजन के द्वारा पूरी दुनिया में स्वयं की विशिष्ट पहचान रखती है। इन सभी कलाकारों ने कोलाज शैली को शिखर तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। व इस नवीन शैली के माध्यम से मानव जीवन में नयी संभावनाए दिखाई देने लगी है, और उपयोगी व अनुपयोगी वस्तुओं के प्रयोग से बनती है। वहीं कलाकृतियाँ जो कला के नये स्वरूप को वर्णित करती हैं। तथा कोलाज विद्या को एक नव चेतना प्रदान की है। कोलाज माध्यम में एक नई उर्जा व उत्साह देखने को मिली है जो एक नई दिशा की ओर चयनित के करती है।

Last modified: 2022-07-30 17:07:44