रघुवीर सहाय की कविताआ म राजनीतिक चेतना
Journal: Swadeshi International Research Journal of Hindi Literature (Vol.1, No. 2)Publication Date: 2013-09-15
Authors : प्रो.आर.एन.वाकळे;
Page : 39-41
Keywords : राजनीति; शोषण; अत्याचार; यथार्थ; नैतिकता;
Abstract
रघुवीर सहाय स्वातंत्रयोत्तर हिंदी साहित्य जगत के अग्रगण्य कवि लेखक माने जाते हैं। उनकी लेखनी समाज, देश, राजनीति और प्रजातांत्रिक शासन व्यवस्था का दर्शन कराती है। भारत में सभी क्षेत्रों मे राजनीति का प्रवेश पाया जाता है। बिना राजनीति के व्यक्ति जीवन जीना ही नही चाहता। व्यक्ति समाज के लिए राजनीति से तटस्थ रहना संभव नही हो पाता। रघुवीर सहाय ने अपनी कविताओं के माध्यम से राजनीति का पर्दाफाश किया है। उनकी कविताआ में राष्ट्रीय चेतना और देश की राजनीतिक परिस्थितीया की विडंबनाआ और विसंगतियो का चित्रण देखने को मिलता है। वे कहते हैं कि आज लोग मानवीयता एंव नैतिकता को भूल गये है, जिसे याद दिलाने के लिए कवि ने ‘लोग भूल गये‘ काव्य-संग्रह पढने से दिखाई देता है।
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Last modified: 2025-04-13 00:15:22
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