कार्बन टेªडिंग एंव कार्बन क्रेडिट जलवायु परिवर्तन समस्या समाधान म ें सहायक
Journal: INTERNATIONAL JOURNAL OF RESEARCH -GRANTHAALAYAH (Vol.3, No. 9)Publication Date: 2015-09-29
Authors : दिवाकर सिंह ता ेमर;
Page : 1-2
Keywords : कार्बन टेªडिंग एंव कार्बन क्रेडिट जलवायु परिवर्तन समस्या समाधान म ें सहायक;
Abstract
जलवायु परिवर्त न की समस्या के लिए न तो विकसित द ेष आ ैर न ही विकासषील द ेष जिम्मेदारी लेन े का े त ैयार ह ैं। क्या ेंकि र्कोइ विकास से समझौता नहीं करना चाहता है। इसी कारण यह समस्या ओर द्यातक बनती जा रही ह ै। अभी हाल ही में ग ्रीन हाऊस ग ैसा ें के कारण विष्व के समक्ष समस्याएॅ उभकर सामन े आई हैं। 1) ओजोन परत म ें छिद ्र:- धरती के वातावरण में मौजूद ओजोन की परत हमें सूर्य से निकलन े वाली पराबैंगनी किरणों से बचाती हैं। परन्त ु हवाई ईधन और र ेफ्रिजर ेषन उद्योग स े उत्सर्जित होन े वाली क्लोरा े फ्लोरो कार्बन गैस से धरती के वातावरण में विद्यमान ओजोन की सुरक्षा छतरी में छिद ्र हा े गए हैं। 2) समुद ्र स्तर में वृद्वि:- वैष्विक तपन के फलस्वरूप हिम पिघल रहे ह ैं जिसके कारण सम ुद ्र के जल स्तर में त ेजी से व ृद्वि हो रही है। 3) भूजल का विषैला होना:- सम ुद ्र का जल स्तर बढ ़न े से तटवर्ती क्षेत्रा ें क े भूजल के खारा होन े का खतरा बढ ़ गया है। 4) ध्रवो ं की बर्फ का पिघलना:- वैष्विक तपन के कारण पृथ्वी के ध्रुवों की बर्फ पिघल रही है। इसस े समुद ्र क े जल स्तर में व ृद्वि हो रही ह ै। 5) वन क्षेत्रो ं का सिक ुड ़ना:- बदलत े मा ैसम आ ैद्या ेगीकरण और शहरीकरण ज ंगलों की कटाई से वन क्षेत्र काफी सीमित होता जा रहा है। 6) लुप्त प्राय जीव:- उपर्यु क्त समस्याआ ें के कारण धरती पर जैवविविधता संकीर्ण होती जा रही है। अंद ेषा है कि वैष्विक तपन के दुष्प्रभाव स े धरती पर विद्यमान पा ैधों की 56 हजार प्रजातियों और जीवों की 37000 नस्लें लुप्त प ्राय हा ेती जा रही ह ैं।
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Last modified: 2017-09-25 18:28:05