बी.एड. महाविद्यालय क े विद्यार्थियों की पर्यावरणीय जागरूकता का तुलनात्मक अध्ययन
Journal: INTERNATIONAL JOURNAL OF RESEARCH -GRANTHAALAYAH (Vol.3, No. 9)Publication Date: 2015-09-29
Authors : स ुनीता श्रीवास्तव;
Page : 1-3
Keywords : बी.एड. महाविद्यालय क े विद्यार्थियों की पर्यावरणीय जागरूकता का तुलनात्मक अध्ययन;
Abstract
मानव एक सामाजिक प ्राणी ह ै । अतः उसका परिवार एव ं समाज स े घनिष्ठ संब ंध होता ह ै पर्यावरण का अर्थ है वातारण जिसमे ं संप ूर्ण प्रकृति, नदियां, जलाषय, वन, उपवन, वाटिका, झरन े, पर्वतश्रृखंलाए ें, चट ्टान े, खनिज, प ेड ़-पौधे, वायु एव ं जल का संयोग आता ह ै । मन ुष्य पर्यावरण में ही सांसे ले रहा है । अतः शुद्ध पर्यावरण की अत्यंत आवष्यकता है । प ्रकृति का क्ष ेत्र अत्यंत विस्त ृत तथा रहस्यप ूर्ण ह ै जो कि पर्यावरण के साथ ज ुड ़ा हुआ है वह प्राकृतिक घटनाओं का ज्ञान तथा उसक े कारण ढ ूढ ंता है । प्राकृतिक वन संपदा प्राकृतिक स्तर पर एक मनोहर रूप प्रस्त ुत करती है । खेत-बगीचे, झरन े, नदी, वाटिकाए ें एव ं विभिन्न जीव-जन्त ु आदि सभी इस पर्या वरण को सुन्दर और स्वच्छ बनात े ह ै । बालक प्रकृति की गोद में जाकर प्राक ृतिक द ृष्यों का बोध करता है और निरीक्षण कर उन्हें समझ लेता ह ै । आजकल प्राथमिक स्तर पर युनिसेफ न े एक या ेजना पर्यावरणीय षिक्षा विद्यालया ें में प्रांरभ कर दी ह ै इसके द्वारा छात्रों को षिक्षण दिया जाता है । यह षिक्षण अपव्यय नहीं है प्राथमिक स्तर पर छात्रा ें को प्रकृति के रहस्य का बोध एक अन्व ेक्षणकर्ता के रूप में करना चाहिए ।
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Last modified: 2017-09-25 19:36:38