सामाजिक समस्याओं से जूझती मैत्रेयी की नारी
Journal: Drashta Research Journal (Vol.1, No. 03)Publication Date: 2012.08.15
Authors : डाॅ. कृष्णा जून;
Page : 78-82
Keywords : नारी; उपभोग; समाज; शोषण; परिस्थितियां; सामाजिक दर्शन।;
Abstract
शताब्दियों से घर-गृहस्थी के उत्तरदायित्व को सुचारू रूप से निभाने वाली महिला सतीत्व और मातृत्व की साकार मूर्ति, त्याग, सहनशीलता, विनम्रता की देवी, पति के इशारे पर मूकभाव से गतिमान होने वाली नारी आधुनिक युग में जब पूर्णरूपेण जागृत हुई और अर्थोपार्जन हेतु घर से बाहर निकली है, तो उसके सामने अनेकानेक चुनौतियां आ खड़ी हुई हैं।'' मैत्रेयी पुष्पा के साहित्य में नारी समस्याओं का यथार्थ एवम अनुभव जन्य चित्रण हुआ है। नारी समस्याओं पर विचार करते हुए लेखिका ने सशक्त रूप में प्रस्तुत किया है।
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Last modified: 2025-04-12 22:35:18