भारतेन्दु हरिश्चन्द्र के हास्य-व्यंग्य नाटकों में भाषा-शैली: एक समीक्षात्मक अध्ययन
Journal: Drashta Research Journal (Vol.1, No. 03)Publication Date: 2012.08.15
Authors : प्रदीप कुमार;
Page : 110-113
Keywords : नाटक; भाषा; साहित्यकार; हास्य-व्यंग्य।;
Abstract
भारतेन्दु के नाटकों का अध्ययन करने से यह तथ्य स्पष्ट रूप से उभर कर सामने आता है कि भाषा-शैली पर इनकी विशेष पकड़ थी। ये अपनी चुटकीली भाषा को सरल व सहज रूप से पाठकों के सामने इस रूप में परोसते थे, कि पाठक एक दिव्य आनन्द की अनुभूति के साथ-साथ एक सार्थक सोच भी अपना सके।
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Last modified: 2025-04-12 22:46:11