माया ‘शबनम’ के साहित्य म बाल एकांकी संग्रह का संक्षिप्त परिचय
Journal: Swadeshi International Research Journal of Hindi Literature (Vol.1, No. 2)Publication Date: 2013-09-15
Authors : डाॅ॰ नरेश;
Page : 24-28
Keywords : एकांकी; गुरु-भक्ति; करुणा ।;
Abstract
इस नाटक में तीन दृश्य दिखाए गए हैं । इस नाटक में देशभक्ति का वर्णन किया गया है । प्रथम दृश्य में मनु, नाना साहब व राव साहब को घुड़सवारी करते हुए दिखाया है। मनु घुड़सवारी में सबसे आगे निकल जाती है । नाना साहब घोड़े से गिर जाता है और उसे चोट लग जाती है । राव साहब मनु को उसकी चोट के बारे में बताता है । मनु नाना साहब को देखकर कहती है कि जब तुम इतनी सी चोट से घबरा गए हो, तो तुम अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने के लिए अपनी सेना का संचालन कैसे करोगे? मनु नाना की गिरी हुई पगड़ी को उठाकर उसकी चोट पर बांध देती है और राव साहब की मदद नाना को घोड़े पर बैठाकर चल पड़ती है।
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Last modified: 2025-04-13 00:03:01