“Roll Of Sports Psychology In The Enhancement Of Sports Psychology”
Journal: Drashta Research Journal (Vol.1, No. 03)Publication Date: 2012.08.15
Authors : Pradeep Kundu;
Page : 214-218
Keywords : खेल; मनोविज्ञान; अध्यापन क्रिया; प्रेरणा; ध्यान व एकाग्रता।;
Abstract
आधुनिक शिक्षा प्रणाली में शारीरिक शिक्षा एवं खेलों का महत्वपूर्ण स्थान है। शारीरिक शिक्षा एवं खेलों से छात्रों को केवल शारीरिक और मानसिक रूप से ही स्वस्थ नहीं रखा जा सकता, बल्कि उन्हें विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए प्रषिक्षित भी किया जा सकता है। खेलों में बच्चों की रूचि स्वाभाविक होती है। शारीरिक शिक्षा अपने नियमित कार्यक्रमों द्वारा इस रूचि को विकसित करके उन्हें अच्छे खिलाड़ी बनने की ओर अग्रसर करती हैं। इस विकास प्रक्रिया में छात्रों को कई प्रकार की कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है। इन कठिनाइयों के उचित समाधान के लिए उनके मनोवैज्ञानिक विश्लेषण की आवश्यकता पर बल दिया जाता है। शारीरिक शिक्षा और खेलों के प्रशिक्षण को प्रभावशाली बनाने के लिए मनोविज्ञान को आवश्यक समझा जाने लगा है। कोई भी खेल प्रशिक्षक तब तक अपने छात्रों की मनोवृतियों, मनोवेगों, व्यवहारों तथा अन्य विभिन्न समस्याओं के उचित विश्लेषण की योग्यता प्राप्त नहीं कर सकता, जब तक उसे खेल मनोविज्ञान का ज्ञान ना हो।
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Last modified: 2025-04-12 23:00:12