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निराला के काव्य में­ प्रकृति-चित्रण

Journal: Swadeshi International Research Journal of Hindi Literature (Vol.1, No. 2)

Publication Date:

Authors : ;

Page : 71-76

Keywords : छायावाद; आलंबन; अनुभूति; प्रकृति-चित्रण; मानवीकरण ।;

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Abstract

छायावारी कविया­ में­ सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का नाम बड़े आदर के साथ लिया जाता है । निराला ने अपने काव्य में प्रकृति का अत्यंत सुंदर चित्रण किया है। निराला ने प्रकृति के विभिन्न रूपा­ को सजा-सजाकर प्रस्तुत किया है । प्रकृति के उन्मुक्त रूप से निराला को विशेष लगाव रहा है । बादल, झरने, फूल इत्यादि से उन्ह­ विशेष प्रेम रहा है ।

Last modified: 2025-04-13 00:29:29