निराला के काव्य में प्रकृति-चित्रण
Journal: Swadeshi International Research Journal of Hindi Literature (Vol.1, No. 2)Publication Date: 2013-09-15
Authors : सुमन देवी;
Page : 71-76
Keywords : छायावाद; आलंबन; अनुभूति; प्रकृति-चित्रण; मानवीकरण ।;
Abstract
छायावारी कविया में सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का नाम बड़े आदर के साथ लिया जाता है । निराला ने अपने काव्य में प्रकृति का अत्यंत सुंदर चित्रण किया है। निराला ने प्रकृति के विभिन्न रूपा को सजा-सजाकर प्रस्तुत किया है । प्रकृति के उन्मुक्त रूप से निराला को विशेष लगाव रहा है । बादल, झरने, फूल इत्यादि से उन्ह विशेष प्रेम रहा है ।
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Last modified: 2025-04-13 00:29:29